Monday 25 December, 2017

ना तूफान है ना आंधी

ना तूफान है ना आंधी 
कश्ती के बाहर या अंदर...
मन मे ही मची सुनामी
यही है सोच का संमदर।

~ प्रविण सबनीस
२३ दिसंबर २०१७

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